कज़ाख़िस्तान की कोयला खदान में लगी आग ।

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नई दिल्ली ।

कज़ाख़िस्तान के करगांडा में खदान में आग लगने के बाद बचाव अभियान जारी रहने के दौरान बिजली की नाराजगी के दौरान आर्सेलरमित्तल टेमिरटौ द्वारा संचालित कोस्टेंको कोयला खदान में खनिकों के रिश्तेदार इकट्ठा हुए। अक्टूबर में उत्तर-पश्चिमी कजाकिस्तान के करगांडा में खदान में आग लगने के बाद बचाव अभियान जारी रहने के बीच खनिकों के रिश्तेदार कोस्तियेन्को आर्सेलरमित्तल कोयला खदान की इमारत में बैठे हैं। कासिम-जोमार्ट टोकायव ने अपनी सरकार को कंपनी की कजाख शाखा का नियंत्रण लेने का आदेश दिया। पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात के दौरान टोकायव ने कहा, यह एक त्रासदी है।

उन्होंने रविवार को एक दिन के राष्ट्रीय शोक का आह्वान किया है। आपातकालीन स्थिति मंत्रालय ने कहा कि 32 लोगों के शव पाए गए हैं और 14 खनिकों की तलाश जारी है। मंत्रालय ने कहा कि लापता लोगों के जीवित मिलने की बहुत कम संभावना है। विस्फोट के समय 250 से अधिक लोग मौके पर काम कर रहे थे। 208 लोगों को निकाला गया और उनमें से 18 ने चिकित्सा सहायता मांगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, खदान में आग लगने के कारण हुई दुर्घटना के कारणों की व्यापक जांच की जाएगी। साथ ही नुकसान का आकलन करने और घायलों तथा पीड़ितों के परिवारों को प्राथमिकता सहायता प्रदान करने के उपाय किए जाएंगे। आर्सेलरमित्तल का नेतृत्व भारतीय कारोबारी लक्ष्मी मित्तल कर रहे हैं।


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