जम्मू के डोडा जिल में भी सामने आया जोशीमठ जैसा संकट…..
जम्मू के डोडा में जोशीमठ जैसा संकट सामने आया है। यहां के मंदिर, मस्जिद, मदरसा समेत करीब 21 घरों में दरारें देखने को मिली है।
जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया हैं। फिलहाल, डोडा प्रशासन और भारतीय भूवैज्ञानिक की एक टीम डोडा में उस स्थान पर मौजूद है जहां 21 संरचनाएं धंसने की सूचना है। एसडीएम ने बताया घरों के असुरक्षित होने के बाद हमने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है।
हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का दौरा किया और उनकी ओर से प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। जानकारी के लिए अपको बता दे की गांव में करीब 50 से अधिक परिवारों के मकानों में दरारें आने की सूचना मिलते ही पुरे गांव मे हड़कंप मच गया।
गांव के निवासीयो का कहना है की गांव में कुछ मकानों में कुछ दिन पहले दरारें आनी शुरू हो गई थीं, लेकिन गुरुवार को भूस्खलन की स्थिति और भी ज्यादी खराब हो गई, जिससे गांव क्षतिग्रस्त इमारतों की संख्या 21 तक पहुंच गई। अधिकारियों ने बताया कि दरार आने के बाद अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है. गांव में एक मस्जिद और एक मदरसे को भी असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. गांव के कुछ घरों में 2 महीने पहले दरारें आनी शुरू हो गई थीं,
लेकिन गुरुवार को भूस्खलन से स्थिति और खराब हो गई, जिससे क्षतिग्रस्त इमारतों की संख्या करीब दो दर्जन पहुंच गई. सूचना मिलने के बाद उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गांव का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. कुछ परिवार कुछ परिवार जिला प्रशासन के एक अस्थायी आश्रय में गए हैं, जबकि कई अन्य अपने रिश्तेदारों या परिजनों के साथ शिफ्ट हो गए हैं।