आईएनएस चेन्नई सोमालिया तट के पास हाईजैकेड पोत की ओर बढ़ा ।

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नई दिल्ली ।

भारतीय नौसेना सोमालिया के तट के पास कल शाम हाईजैक कमर्शियल (व्यापारिक) जहाज़ के आस-पास की स्तिथि पर करीब से नजर गड़ाए बैठी है। अधिकारियो ने बताया कि लाइबेरिया का झंडे लगे हुए जहाज़ एमवी लीला नॉरफ़ॉक पर चालक दल के 15 भरिया सदस्य सवार है। अधिकारियो के अनुसार, हाईजैक हुए जहाज़ में फ़ेस हुए है, और उनकी हरकतो पर भारतीय नौसेना के विमानो की कड़ी नजर रखने के लिए तैनात किया गया है। जहाज़ के क्रू के साथ संपर्क सफलतापूर्वक बना लिया गया है, जो बोर्ड पर सभी स्तिथियों का आकलन कर रहे है और उससे हम उन्हीं की मदद करेंगे।

भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि पोत ने यूकेएमटीओ (यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस) पोर्टल पर एक संदेश भेजा था, जिसमें 4 जनवरी, 2024 की शाम को लगभग पांच से छह अज्ञात सशस्त्र कर्मियों द्वारा सवार होने का इशारा किया गया था। नौसेना ने कहा कि भारतीय युद्धपोत आईएनएस चेन्नई स्थिति से निपटने के लिए हिक्जैकेड पोत की ओर बढ़ रहा है। नौसेना के विमान लगातार गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, और आईएनएस चेन्नई को सहायता प्रदान करने के लिए पोत को बंद कर रखा है। बयान में कहा गया है, कि क्षेत्र में अन्य एजेंसियों/एमएनएफ के साथ समन्वय में समग्र स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा रही है।

अपराधियों की पहचान सहित अपहरण के समय के आसपास अभी विवरण करना इस समय ठीक नहीं है, और उनकी पहचान अभी अज्ञात हैं। विमान अपहरण की यह घटना अरब सागर में अज्ञात हमलावरों द्वारा माल्टीज के झंडे वाले एक व्यापारिक जहाज को जब्त किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। जहाज ने संकेत दिया था कि छह समुद्री डाकू अवैध रूप से उस पर सवार हुए थे। भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकुओं द्वारा घायल होने के बाद चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए मालवाहक पोत (व्यापारिक जहाज़) पर सवार चालक दल के 18 सदस्यों में से एक को निकाला, जो एक बल्गेरियाई का नागरिक था। नाविक को फ्रंटलाइन जहाज आईएनएस कोच्चि द्वारा निकाला गया था। इस क्षेत्र में समुद्री डाकू हमले 2008 और 2013 के बीच चरम पर थे, लेकिन भारतीय नौसेना सहित बहु-राष्ट्रीय समुद्री कार्य बल के ठोस प्रयासों के कारण इसके बाद लगातार गिरावट आई।

पत्रकार – देवाशीष शर्मा


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