2024 में सबसे तेज गति से बढ़ेगी भारत की GDP, ग्लोबल ग्रोथ 6 महीनों के बाद रफ्तार पकड़ेगी ।

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नई दिल्ली ।

2024 के बाद के 6 महीनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. लेकिन इसके लिए भी सेंट्रल बैंक, सरकारों और दूसरे खिलाड़ियों की तरफ से जबरदस्त कोशिशों की दरकार होगी. दरअसल ING ने अपनी ‘ING ग्लोबल आउटलुक 2024’ रिपोर्ट जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में 2024 में अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान समेत दुनिया की अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान लगाए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया, ‘2024 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए कोई बहुत बड़ा रीबाउंड साबित नहीं होगा. बल्कि चीन और यूरोप में मौजूदा ट्रेंड जारी रहेंगे।

ING का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने संघर्ष का माद्दा दिखाया है, 12 महीने पहले ज्यादातर लोगों का मानना था कि अमेरिका में 2023 मंदी आएगी. लेकिन इसके बावजूद अर्थव्यवस्था 2.5% की ग्रोथ रेट हासिल करने में कामयाब रही. बेरोजगारी दर भी 4% के नीचे बनी रही,लेकिन आगे अमेरिकी अर्थव्यवस्था ढलान पर जाएगी. 2024 के लिए ING ने अमेरिका की GDP ग्रोथ रेट कम होकर (2023 में 2.5%) 0.5% रहने का अनुमान लगाया है. जबकि 2025 में इसके बढ़कर 1% पहुंचने का अंदाजा है,लेकिन 2024 में अमेरिका महंगाई को 2.2% के स्तर तक लाने में कामयाब रहेगा. ये 2023 में 4.1% के स्तर से बड़ी गिरावट होगी. 2025 में महंगाई 2% के स्तर पर आ जाएगी ।
चीन में आर्थिक प्रोत्साहन की गैरमौजूदगी में ग्रोथ और धीमी होगी. रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर की दिक्कतें 2023 के बाद 2024 में भी बनी रहेंगी. कंस्ट्रक्शन के धीमे होने के चलते इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन ग्रोथ भी कम होकर 4.5% रह गई है. रिटेल सेक्टर जैसे क्षेत्र कंस्ट्रक्शन सेक्टर की गिरावट को पूरा कर रहे हैं.

चीन की ग्रोथ रेट 2023 में 5.4% के स्तर से गिरकर 2024 में 5% पर पहुंच जाएगी. 2025 में भी ये 5% रहेगी.
चीन में नियंत्रण के चलते 2023 में महंगाई 0.4% ही रही. लेकिन बढ़ती आर्थिक समस्याओं के बीच 2024 में ये बढ़कर 1.1% और 2025 में 1.8% हो जाएगी.
चीन में अच्छी स्थिति ये बन सकती है ,कि बचे हुए बिल्डिंग प्रोजेक्ट जल्दी पूरे हो जाएं और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के साथ-साथ बाजार में विश्वास वापस आ जाए. इससे मांग बढ़ेगी और घरेलू कीमतों में इजाफा होगा, जिससे महंगाई दर 2% के ऊपर जा सकेगी. इस स्थिति में ब्याज दरों में 2H24 तक कोई बदलाव नहीं किया जाएगा,बदतर हालात ये हो सकते हैं कि प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट और तेज हो जाए. सरकार इस पर नियंत्रण के लिए आगे आए, लेकिन इस प्रक्रिया में बाजार पर लगाम लग जाए।

यूरोजोन में 2023 में 0.5% की ग्रोथ रहने का अनुमान है. जबकि 2024 में ये और कम 0.3% रह सकती है. हालांकि 2025 में स्थिति बेहतर होकर ग्रोथ रेट 1% पहुंच सकती है।
महंगाई दर 2023 में 5.9% रहेगी, जबकि 2024 में ये गिरकर 2.8% के स्तर पर आ सकती है. 2025 में इसके 2% की सीमा में आने की उम्मीद है,
यूरोजोन में ING अनुमान लगा रहा है कि ऊंची ब्याज दरों के चलते सर्दियों में हल्की मंदी आ सकती है. अगले साल के मध्य से जब फेड कटौती करना शुरू करेगा, उसी दौरान यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी ब्याज में कटौती शुरू करेगा।
एक खराब स्थिति ये बन सकती है कि ऊंची ऊर्जा कीमतों के चलते महंगाई बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था गहरी मंदी में जा सकती है. अगर ऐसी स्थिति बनती है तो 2024 में पूरे साल तक ECB ब्याज दरों को बढ़ाकर रख सकता है।
अच्छी स्थिति ये हो सकती है कि यूरोजोन में मंदी ना आए और महंगाई में उम्मीद से ज्यादा तेजी से गिरावट आए. इससे ECB आसानी से ब्याज दरों में कटौती कर पाएगा और बॉन्ड यील्ड भी नीचे आएगी।

विकसित और विकासशील देशों को मिलाकर 2023 और 2024 में सबसे ज्यादा तेज भारत की अर्थव्यवस्था रहेगी. 2025 में भी यही होगा,ING ने 2023 में भारत की ग्रोथ रेट 6.9% रहने का अनुमान लगाया है, जबकि 2024 में इसमें कुछ गिरावट आ सकती है और ये 6.5% रह सकती है. लेकिन 2025 में इसमें जबरदस्त तेजी होगी और ग्रोथ रेट 7.5% पहुंच सकती है,6.5% रेपो रेट के साथ RBI की ब्याज दर APAC क्षेत्र में सबसे ऊंची ब्याज दरों में से एक है. फेड के दरों में कटौती करते ही सबसे पहले RBI अपनी ब्याज दरें घटाएगा. भारत के लिए ऐसा करना इसलिए भी आसान है क्योंकि यहां करेंसी को सपोर्ट करने के साथ-साथ इंफ्लेशन को भी बखूबी ढंग से काबू में किया जा रहा है।
ING का अनुमान है कि गोल्ड प्राइस 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है. 2024 के आखिरी क्वार्टर में सोने की औसत कीमत 2,100 डॉलर/आउंस तक पहुंच सकती है.
2024 के दूसरे हाफ में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड ऑयल 90 डॉलर/बैरल के पार पहुंच सकता है।

रिपोर्ट बाय – शशांक शर्मा


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