नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद बिहार एनडीए सरकार की पहली कैबिनेट बैठक आज ।
1 min readबिहार ।
बिहार में एनडीए की नई सरकार सोमवार को अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक करेगी। पटना में सुबह साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ अन्य मंत्री शामिल होंगे। महाधिवक्ता के नए मनोनयन पर फैसला कैबिनेट की पहली बैठक में लिया जा सकता है। इसके अलावा, आगामी विधानसभा सत्र बुलाने की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़ लिया और भाजपा नीत राजग के साथ संबंधों में फिर से आग लग गई। उन्होंने पहले बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर जनता दल (यूनाइटेड)-भाजपा गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में रिकॉर्ड नौवीं बार शपथ ली।
जद (यू) ने बाद में उनके एनडीए में वापस आने को वहीं बताया जहां मैं था और कहा कि वह गठबंधन के साथ बने रहेंगे। नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्रियों के अलावा भाजपा के प्रेम कुमार, जदयू नेता विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार और विजेंद्र यादव, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के नेता संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। गौरतलब है कि नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी और संतोष कुमार सुमन विधान परिषद (एमएलसी) के सदस्य हैं। नीतीश कुमार ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार एक या दो दिन में किया जाएगा और कई कारकों को ध्यान में रखा जाएगा।
अब तक मंत्रियों का चयन एनडीए का उद्देश्य ओबीसी को खुश करना और मुख्य उच्च जाति के आधार के समर्थन को बनाए रखना है। बिहार के नए मंत्रिमंडल में भूमिहार समुदाय से विजय चौधरी और विजय सिन्हा और राजपूत समुदाय से सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय) सहित तीन उच्च जाति के मंत्री शामिल हैं। वहीं, जेडीयू नेता श्रवण कुमार कुर्मी जाति से आते हैं, वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और संतोष कुमार सुमन महादलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। बिहार में हाल ही में हुए एक जाति सर्वेक्षण से पता चला है कि कुर्मी राज्य की कुल आबादी का 2.8 प्रतिशत हैं। बिहार मंत्रिमंडल में अधिकतम 35 मंत्रियों का प्रावधान है। रविवार को नीतीश कुमार को छोड़कर कुल आठ मंत्रियों ने शपथ ली।
पत्रकार – देवाशीष शर्मा