155 देशों की नदियों के जल से होगा रामलला का जलाभिषेक, पाकिस्तान से यूक्रेन तक मंगवाया जल
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरों पर है। इसी बीच, 23 अप्रैल को 155 देशों और सातों महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों के जल से रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का जलाभिषेक करेंगे। साथ ही कई देशों के राजनयिक भी समारोह के गवाह बनेंगे। 23 अप्रैल को भगवान रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा।
यह कार्यक्रम खास होगा क्योंकि जलाभिषेक 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाए गए जल से होगा। इससे पहले, यह पवित्र जल मणिरामदास की छावनी के सभागार में सुबह 10 बजे भव्य समारोह का आयोजन कर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा जाएगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का जलाभिषेक करेंगे।
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की भी मौजूदगी होगी। समारोह में राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के अलावा कई देशों के राजदूत भी शिरकत करेंगे। साथ ही योग गुरू बाबा रामदेव, विहिप के दिनेश चंद्र, संघ प्रचारक रामलाल, सहित कई लोग मौजूद रहेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। 20 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीय नेताओं सहित अनेक देशों के राजनयिक भी मौजूद रहेंगे। यह पवित्र जल दुनियाभर के 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाया गया है। विशेष रूप से, पाकिस्तान की रावी नदी का जल भी जलाभिषेक के लिए इस्तेमाल होने वाले कलश में शामिल किया जाएगा। पाकिस्तान के अलावा सूरीनाम, चीन, यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा और तिब्बत सहित कई अन्य देशों की नदियों से जल प्राप्त किया गया है।