मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का गर्भगृह निर्माण शुरू,अयोध्या पहुंचे सीएम योगी
1 min readश्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह का शिलान्यास का उद्घाटन गोरक्ष पीठ के महंत और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या पहुंचकर संपन्न किया. इस पावन अवसर पर स्वामी परमानंद सहित राम मंदिर आंदोलन से जुड़े अनेको संत सहित 300 लोग इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ उद्घाटन को शुरू करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि 9 बजे पहुंचे.और उन्हें रिसीव करने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या राम कथा पार्क पहुंचे थे. यहां से पहले वह साढ़े नौ बजे हनुमानगढ़ी में दर्शन करने पहुंचे. वहां उन्होंने पूजा अर्चना की. इसके बाद वह राम जन्मभूमि के लिए रवाना हो गए.
सीएम योगी ने गर्भ गृह का पहला पत्थर रखने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा-राम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा. अब सैकड़ों वर्षों का इंतजार खत्म होने वाला है क्योंकि अब तेजी से मंदिर के निर्माण का काम होगा.उन्होंने यह भी कहा की शिला पूजन करना उनके लिए बेहद सौभाग्य की बात है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी कड़ी में आगे बोलते है कि पिछले 500 साल से देश के साधु-संत राम मंदिर आंदोलन को चला रहे थे, आज उन सभी लोगों की आत्मा को शांति की अनुभूति होगी. और जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर तैयार हो जाएगा, यह मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा.
शिलान्यास की बनावट किस प्रकार की होगी?
मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार इस शिलान्यास की बनावट कमल की आकृति की तरह आठ कोण वाली होगी. श्रीराममंदिर के गर्भगृह की अगर बात करे तो इसकी जो दिवार होगी वह 6 फिट मोटी होगी.जिसका बाहरी हिस्सा पिंक स्टोन से सुसज्जित किया जायेगा.इस कलश की उचाई धरातल से 161 फिट ऊपर बनाई जाएगी.
रामलला की संस्कार स्थली रामलला सदन के महंत व देश के प्रसिद्ध कथावाचक जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघावाचार्य हैं.उन्होंने बताया कि मंदिर में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व जानकी के साथ भगवान विष्णु, हनुमान जी और रंगनाथ जी सहित जय-विजय की प्रतिमाओं की स्थापना की जा रही है. मंदिर में भगवान विष्णु के वाहन गरुण के 30 फिट ऊंचे स्तंभ का निर्माण किया गया है. उन्होंने बताया कि रामलला का दर्शन करने आने वाले पर्यटकों को अब रामलला की संस्कार स्थली पर बने भव्य मंदिर का भी दर्शन प्राप्त हो पायेगा.