अचानक आखिर बीजेपी पर क्यों हमलावर हो गईं मायावती?
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के मतदान से पहले बीएसपी प्रमुख मायावती अचानक बीजेपी के खिलाफ आक्रामक हो गई हैं. हालांकि चार चरणों के मतदान तक वो बीजेपी के बजाय मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के खिलाफ ज्यादा आक्रामक थीं. लेकिन शनिवार को मायावती ने अपने दलित और मुस्लिम मतदाताओं से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनकी गोरखपुर की सीट पर ही हराने की अपील की.
साथ उन्होंने ही योगी सरकार पर मुसलमानों के साथ भेदभाव करने के गंभीर आरोप भी लगाए. पूरे चुनाव में पहली बार मायावती ने योगी आदित्यनाथ पर सीधा हमला बोला है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ़ मायावती के तेवर हैरान करने वाले हैं. इस चुनाव में मायावती पहली बार बीजेपी के बड़े नेताओं के खिलाफ आक्रामक दिखी हैं. अभी तक वो अखिलेश यादव के खिलाफ ही ज्यादा आक्रामक दिख रही थीं. क्या यह मायावती की बदली हुई चुनावी रणनीति है, कोई मजबूरी है या फिर चुनाव में खुद को और अपनी पार्टी को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश है.
इसे समझने के लिए कई पहलुओं पर पर गौर करना होगा. पूरे चुनाव में मायावती बहुत कम सक्रिय रही हैं. जहां पहले चरण के मतदान से पहले योगी आदित्यनाथ 37, अखिलेश यादव 24 चुनावी रैलियां कर चुके थे वहीं मायावती ने सिर्फ तीन रैलियां ही की थीं. इससे उन पर चुनाव में गंभीरता से नहीं लड़ने के आरोप लग रहे थे. चौथे चरण के बाद अचानक वो आक्रामक रूप से सक्रिय हो गईं हैं. बीएसपी प्रमुख मायावती ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के चुनाव निशान ‘हाथी’ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नींद उड़ा रखी है. योगी अपने हर भाषण में हाथी का जिक्र करते हैं. ग़ौरतलब है कि गोरखपुर में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होगा और योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.