कौन हैं Justice UU Lalit, सुप्रीम कोर्ट के 49वें मुख्य न्यायाधीश
1 min readJustice UU Lalit: देश के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस उदय उमेश ललित आज शपथ गृहण करेगें। मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस यूयू ललित आज से सीजेआई का कार्यभार संभालेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शपथ दिलाएंगी। आपको बता कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सुप्रीम कोर्ट के काम-काज में तीन मुख्य सुधार करने का एलान किया। उन्होंने कहा, मेरा प्रयास रहेगा मामलों को सूचीबद्ध करने में पारदर्शिता हो। ऐसी व्यवस्था बना सकूं, जिसमें जरूरी मामले संबंधित पीठों के सामने स्वतंत्रता पूर्वक उठाए जा सकें। जस्टिस ललित ने कहा, प्रयत्न किया जाएगा की कम से कम एक संविधान पीठ सालभर काम करती रहे।
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में ललित युग का आज से उदय हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमन देश के सर्वोच्च न्यायिक पद से कल यानी शुक्रवार को रिटायर हो गए है। और आज शनिवार यानी 27 अगस्त को जस्टिस यूयू ललित देश के 49वें चीफ जस्टिस बन जाएंगे। जस्टिस ललित को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू नए CJI को दिलाएंगी। जस्टिस उदय उमेश ललित के 49 वें मुख्य न्यायाधीश पद के शपथ ग्रहण की साक्षी परिवार की चार पीढियां बन रही हैं।
देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस यूयू ललित आज से कार्यभार संभालेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगी। यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जा रहा हैं। शपथ ग्रहण से पहले निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश सीजेआई एनवी रमण के एसोसिएशन की ओर से आयोजित विदाई समारोह की ओर से उन्होंने तीन मुख्य सुधारों के बारे में बात की। जस्टिस यूयू ललित ने कहा, मेरा प्रयास रहेगा मामलों को सूचीबद्ध करने में पारदर्शिता हो। ऐसी व्यवस्था बना सकूं, जिसमें जरूरी मामले संबंधित पीठों के सामने स्वतंत्रता पूर्वक उठाए जा सकें। इसके अलावा कम से कम एक संविधान पीठ की बना सकूं,जो सालभर काम करती रहे।
आज शपथ लेंगे जस्टिस ललित
जस्टिस यूयू ललित शनिवार को देश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेंगे। वह भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश होंगे और उनका कार्यकाल सिर्फ 74 दिन का होगा। वह 8 नवंबर, 2022 को अवकाश ग्रहण करेंगे।
102 वर्ष न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ी हैं चार पीढ़ियां
भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश बनने जा रहे जस्टिस यूयू ललित पर भले ही न्यायाधीशों की नियुक्ति से लेकर महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रश्नों जैसी चुनौतियां हों, लेकिन उनकी न्यायिक विरासत का अनुभव भी उनके पास होगा। दरअसल, चार पीढ़ियों से यूयू ललित का परिवार न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है। जस्टिस ललित के दादा रंगनाथ ललित आजादी से पहले सोलापुर में एक वकील थे। जस्टिस यूयू ललित के 90 वर्षीय पिता उमेश रंगनाथ ललित भी एक पेशेवर वकील रह चुके हैं। बाद में उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। इसके अलावा जस्टिस ललित के दो बेटे हर्षद और श्रेयश, जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। हालांकि, बाद में श्रेयश ललित ने भी कानून की ओर रुख किया। साथ ही उनकी पत्नी रवीना भी वकील हैं।