गृह मंत्री हर्ष सांघवी: नशीले पदार्थों के खिलाफ युद्ध सहस और नीति चाहिए, केजरीवाल नहीं समझेंगे

1 min read
गुजरात में चुनावी मौसम के शुरू होने से ठीक पहले, राज्य में 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा. मेजबान सरकार इस आयोजन को गुजराती संस्कृति और विकास का उत्सव बनाने के लिए तैयार है.

गुजरात में चुनावी मौसम के शुरू होने से ठीक पहले, राज्य में 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा. मेजबान सरकार इस आयोजन को गुजराती संस्कृति और विकास का उत्सव बनाने के लिए तैयार है. मीडिया को दिए एक विशेष साक्षात्कार में, गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कांग्रेस की चल रही यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आगामी 36वें राष्ट्रीय खेल, जिसमें देश भर के खिलाड़ियों की भागीदारी दिखाई देगी, वह ‘असली भारत जोड़ो” कार्यक्रम होगा. सांघवी ने आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पंजाब और गुजरात में ड्रग नेटवर्क के आंकड़ों की तुलना करने की चुनौती दी, जिन्होंने हाल ही में राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान मुंद्रा पोर्ट पर पकड़े गए नारकोटिक्स के लिए भाजपा सरकार पर हमला बोला था. पढ़ें गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांधवी के साक्षात्कार का संपादित अंश…

यह पूछे जाने पर कि आपके पास विधानसभा चुनावों में युवा मतदाताओं को भाजपा की ओर लुभाने का मौका है और 26वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए इससे बेहतर समय और क्या हो सकता है. यह आयोजन आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है? हर्ष सांघवी ने कहा- इस साल गुजरात 36वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है. प्रदेश की जनता मिलकर इतिहास रचेगी. सरकार ने इतने बड़े आयोजन को महज 90 दिनों में आयोजित करने के लिए खुद को तैयार कर लिया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को आमंत्रित किया था और कहा था कि गुजरात खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है.आईओए ने पहले तो हमारे अनुरोध को स्वीकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने पूरे विभाग को यह पता लगाने का काम सौंपा कि हम तैयार हैं या नहीं. हमें एक दिन के भीतर अनुमति मिल गई. हम देश भर के खिलाड़ियों की मेजबानी करेंगे.

इस सवाल के जवाब में कि…दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि गुजरात में ड्रग का मुद्दा है. आपके पास गृह विभाग है जिसने हाल के महीनों में कई नारकोटिक्स पेडलिंग का भंडाफोड़ किया है. केजरीवाल का कहना है कि इतनी मात्रा में ड्रग्स सांठ गांठ के बिना राज्य में नहीं आ सकता…? गुजरात के गृह मंत्री ने कहा- आप हमारी एजेंसियों द्वारा किए जा रहे बहादुरी भरे काम को देख सकती हैं. नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है और उसका भंडाफोड़ किया जा रहा है. ऐसा नहीं है कि नशा तस्कर हमारे पास आ रहे हैं और कह रहे हैं कि हमें पकड़ लीजिए. इस तरह के ऑपरेशंस को अंजाम देने और ड्रग्स नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए साहस और नीति चाहिए होती है. हम साहस और नीति से इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा, गुजरात पुलिस नशीली दवाओं की खेप को रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर तस्करों की गोलियों का सामना कर रही है. पिछले एक साल में हमने 6500 करोड़ रुपये का ड्रग्स पकड़ा है. छापेमारी के दौरान 650 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें 30 से अधिक पाकिस्तानी हैं. ये पाकिस्तानी खुद हमारे पास नहीं आए थे गिरफ्तारी देने. युवाओं से जुड़े मुद्दों पर मैं राजनीति नहीं करता. हर्ष सांघवी ने कहा- पंजाब की जेलों में कैसे ड्रग रैकेट चल रहे हैं, ये सबको पता है. दो मौकों पर हमने पंजाब की जेलों से सप्लाई हुआ ड्रग्स सीमा पर बरामद किया. गुजरात पुलिस ने दूसरे राज्यों से भी ड्रग्स पकड़ा है. हमारे बलों ने ड्रग्स को जब्त करने के लिए तूफान और गोलियों का सामना किया है.


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

© 2023 Rashtriya Hindi News. All Right Reserved.