मोदी के साथ यारी और 45 साल पहले ट्रेन में बर्थ छोड़ने की कहानी वाघेला की जुबानी
अहमदाबाद से 27 किलोमीटर दूर राजधानी गांधीनगर के शांत इलाकाें में है वसंत वगड़ो। यानी शंकर सिंह वाघेला का बंगला। बढ़ती उम्र के बावजूद बेहद चुस्त और राजनीतिक तौर पर सक्रिय। उनका दावा है कि इस गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी जितना जोर लगा लें, भारतीय जनता पार्टी की हार होगी। मोदी 2024 में फिर से पीएम नहीं बनेंगे। स्थानीय राजनीति से उपजी तल्खी के बीच मोदी के साथ पुरानी दोस्ती और ट्रेन यात्रा के किस्से पर वो मुहर लगाते हैं। जब हमने उनसे पूछा कि नरेंद्र मोदी से कितनी बार बात हुई होगी, तो उनका जवाब था – 1995 के 27 साल हो गए। 25 साल में पांच बार बात हुई है। इनके स्वास्थ्य के बारे में, या मेरे बारे में। पॉलिटिकली एक बार भी बात नहीं हुई है। हमें पता है कि ये देश के साथ धोखा है। झूठ, झूठ, झूठ, गप्प, गप्प, गप्प। इसके अलावा कुछ है ही नहीं।
जब ट्रेन वाली कहानी पूछी तो वाघेला ने बताया – वो क्या था जब मैं एमपी था तब रेल में कूपा बुक कराया था। हमलोग पूछते भी थे कि किसी को आना है साथ में। तो हम दोनों साथ में थे। दो महिलाएं बिना टिकट की थीं। हमने टीटीई से कहा कि इनको हमरा कूपा दे दो। हम दोनों ऊपर सो गए। हमने उन्हें अपनी सीट दे दी। वे दोनों बहनें नीचे सो गईं। जब अहमदाबाद पहुंची ट्रेन तो हम लोगों ने उनको परिचय दिया। ये बात 1977 की है। ये तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब बात सामने आई। अगर मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनते तो शायद ये बात सामने आई ही नहीं होती।
गुजरात चुनाव में क्या होगा, ये पूछने पर वाघेला ने कहा कि कांग्रेस जीत रही है। भाजपा खराब हाल में है। मेन ड्राइविंग कौन करता है वो अगर ठीक नहीं है तो उस गाड़ी पर बैठने वालों के लिए ठीक नहीं होगा। मैं क्लियर कट देख रहा हूं कि भाजपा 2024 में बुरी तरह हार रही है क्योंकि झूठ की हद होती है। मैं तो पूरे गुजरात में एंटी बीजेपी घूमने वाला हूं। मेरी अपील है कि कांग्रेस को वोट मत कीजिए।