उदयपुर मर्डर: कन्हैयालाल के परिजनों को दिया जायेगा 31 लाख का मुआवजा, आज होगा पोस्टमार्टम

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लेकसिटी उदयपुर में वीभत्स हत्या के शिकार हुये कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख के मुआवजे और परिवार को दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी दिये जाने की घोषणा की गई है. वहीं इस मामले कन्हैयालाल और आरोपियों का समझौता करवाने वाले धानमंडी थाने के सहायक पुलिस उप निरीक्षक भंवरलाल को सस्पेंड कर दिया गया है. कन्हैयालाल के शव आज का आज पोस्टमार्टम करवाया जायेगा. इसकी कार्रवाई के लिये पुलिस और पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी अस्पताल पहुंच गये हैं.

कन्हैयालाल के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई को देखते हुये आसपास के पूरे इलाके भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखे हुये हैं. अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे डीआईजी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने कहा कि शहर में शान्ति बनी हुई है. शहर के चप्पे- चप्पे पर पुलिस बल तैनात है. पुलिस के अन्य उच्चाधिकारी भी उदयपुर पहुंचे हैं.

एसआईटी की टीम उदयपुर पहुंची
कन्हैयालाल की हत्या की जांच के लिये गठित की गई एसआईटी की टीम भी उदयपुर पहुंच गई है. इस टीम में एसओजी एडीजी अशोक राठौड़, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार और एक एसपी तथा एक एडिशनल एसपी शामिल हैं. यह टीम यहां हत्याकांड से जुड़े तमाम पहलुओं की बारीकी से जांच करेगी. उसके बाद एसआईटी अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी.

आज डूंगरपुर बंद का आह्वान
दूसरी तरफ इस हत्याकांड के विरोध में बुधवार को डूंगरपुर बंद का आह्वान किया गया है. हिन्दू संगठनों और व्यापारिक संगठनों ने इस बंद का आह्वान किया है. इस बंद को बीजेपी ने समर्थन दिया है. बताया जा रहा है कि बंद के दौरान ये संगठन विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. बंद को देखते हुये यहां पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. क्योंकि उदयपुर में हुये हत्याकांड के बाद प्रदेशभर में धारा-144 लागू है. वहीं इंटरनेट की सेवायें भी बंद की हुई है.

मंगलवार को की गई थी दिनदहाड़े हत्या
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दिनदहाड़े की गई कन्हैयालाल की हत्या के बाद उदयपुर में जबर्दस्त तनाव फैल गया था. उसके बाद आक्रोशित लोगों वे वहां नारेबाजी कर प्रदर्शन किया था. हालात को देखते हुये रात को उदयपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था. पुलिस ने उदयपुर शहर को छावनी में बदल दिया है.

यूं शुरू हुआ विवाद
दरसअल, इस विवाद की शुरुआत कन्हैयालाल की एक DP से हुई. बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की DP लगा रखी थी. इस पर उसे धमकियां मिलने लगीं. पुलिस को 15 जून को दी शिकायत में उसने बताया था, ‘करीब 6 दिन पहले मेरे बेटे से मोबाइल पर गेम खेलते हुए कुछ पोस्ट हो गया था. इसकी जानकारी मुझे नहीं थी. पोस्ट और DP लगाने के दो दिन बाद दो लोग मेरी दुकान पर आए. मोबाइल की मांग की. बोले- आपके मोबाइल से आपत्तिजनक पोस्ट डाली गई है. मैंने कहा कि मुझे मोबाइल चलाना नहीं आता है. मोबाइल से मेरा बच्चा गेम खेलता है. उसी से हो गया होगा. इसके बाद पोस्ट भी डिलीट कर दी गई थी. उन लोगों ने कहा कि आइंदा से ऐसा मत करना.

इसके बाद भी जब धमकियां मिलती रहीं तो कन्हैयालाल से पुलिस से शिकायत की, लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया. वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में लापरवाही बरतने के आरोप में भंवरलाल को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है.


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