36 साल पहले 43 पीढ़ियों की स्टडी से हुआ दावा; निधन के बाद फिर सुर्खियों में
1 min read1986 में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर को महारानी एलिजाबेथ-II की सुरक्षा बढ़ाने की अपील से जुड़ा एक खत मिला। खत में लिखा था- ‘बहुत कम ब्रिटिशर्स को पता है कि रानी की रगों में पैगंबर मोहम्मद का खून दौड़ रहा है। हालांकि सभी मुस्लिम धार्मिक नेताओं को इस तथ्य पर गर्व है।’ खत में आगे लिखा था- ‘शाही परिवार के पैगंबर मोहम्मद का वंशज होना ही हमेशा मुस्लिम आतंकियों से उनकी सुरक्षा करेगा, इस भरोसा नहीं किया जा सकता है।’
ये खत लिखा था शाही वंश पर स्टडी करने वाली संस्था बर्क्स पीयरेज (Burke’s Peerage) के पब्लिशिंग डायरेक्टर हेरोल्ड ब्रूक्स-बेकर ने। खत लिखा तो गया था महारानी की सुरक्षा को लेकर, लेकिन इसमें एलिजाबेथ-II के पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने के दावे ने तहलका मचा दिया।कई बार इस दावे को लेकर खबरें सुर्खियां बनती रहीं। अब महारानी की मौत के बाद ये फिर से चर्चा में है।
महारानी एलिजाबेथ-II के मोहम्मद साहब के वंशज होने का दावा पहली बार 1986 में पब्लिकेशन हाउस बर्क पीयरेज ने छापा था। यह ब्रिटेन के शाही परिवार की रॉयल फैमिली की वंशावली पर काम करने वाली ब्रिटिश संस्था है। इसकी शुरुआत 1826 में जॉन बर्क ने की थी।
1986 में बर्क्स पीयरेज के पब्लिशिंग डायरेक्टर और वंशावली विशेषज्ञ हेरोल्ड ब्रूक्स-बेकर ने इस दावे से जुड़ा एक लेटर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर को भेजा था। इसमें दावा किया- 43 पीढ़ियों की स्टडी से पता चलता है कि महारानी पैगंबर मोहम्मद की वंशज हैं।इस खबर को सबसे पहले अक्टूबर 1986 में यूनाइटेड प्रेस इंटरनेशनल यानी UPI ने छापा था।
2018 में मोरक्को के अखबार ने छापी थी खबर
महारानी एलिजाबेथ-II के पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने के दावे से जुड़ी खबर पहली बार विस्तार से मार्च 2018 में मोरक्को के अखबार Al-Ousboue ने छापी थी। अखबार ने 1986 में किए गए ब्रूक्स-बेकर के दावों को दोहराते हुए डिटेल से ये समझाने की कोशिश की थी कि कैसे एलिजाबेथ-II, पैगंबर मोहम्मद की वंशज हैं।