नहीं सुधर रहे शिक्षक, शिक्षा के गुणवत्ता में बने बाधक, स्कूल कार्यालय बना राजनैतिक अखाड़ा
1 min readजनपद सोनभद्र में जिलाधिकारी के निर्देश पर शिक्षा विभाग के साथ-साथ सीडीओ अमित पाल शर्मा लगातार क्षेत्रों की दौरा कर रहे हैं ताकि स्कूल और अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके। लेकिन शिक्षक मान नहीं रहे है। जनपद सोनभद्र के नगवा ब्लाक में बरेवा उच्च प्राथमिक विद्यालय, बच्चे अपने क्लास में बैठकर गपशप कर रहे हैं वहीं शिक्षक प्रधानाचार्य के साथ कार्यालय में बैठकर राजनीतिक चर्चा कर रहे है। जब इस संबंध में प्रधानाचार्य से बात की तो उन्होंने बताया कि समय सारणी देने के बावजूद टीचर अपने मनमर्जी कर रहे हैं जिसकी वजह से पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। स्कूल में आज भी बच्चे दर्जी पर बैठकर पढ़ने को विवश हैं।
शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है ना ही पानी पीने अच्छी व्यवस्था। कक्षाओं में सिर्फ दो टीचर पहुंचते हैं और पुरा स्कूल का समय समाप्त हो जाता है। इस विद्यालय पर शिक्षकों के समय पर ना आने और कुछ शिक्षक लगातार अनुपस्थिति रहने की शिकायतें मिलती रहती हैं। अधिकतर बच्चों के पैरों में ना चप्पल थे ना जुते। अधिकतर बच्चों के पास ड्रेस और बैग भी नहीं थे। बच्चों के उपस्थिति भी एडमिशन के सापेक्ष बहुत कम थी। मध्यान भोजन गैस की जगह लकड़ी से बनाया जा रहा था।
राज्य की योगी सरकार जहां एक तरफ बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल में शिक्षित करने के लक्ष्य पर चल रही है वहीं दूसरी तरफ जिनके कंधों पर बच्चों के भविष्य का निर्माण टिका है वही अपने कदमों से विमुख होते जा रहे हैं। शिक्षक स्कूल में सिर्फ अपनी अनुपस्थित दर्ज करा रहे हैं। बच्चों की शिक्षा दीक्षा से उन्हें कोई मतलब नहीं रह रहा है। नेताओं के संबंधों का हवाला देते हुए अपनी पहुंच का धांसू भी देते हैं।