जंतर मंतर से संसद तक मार्च निकाल रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच धक्का-मुक्की के बाद साक्षी मलिक ने दिल्ली पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
1 min readदेश के पलवानों को रविवार के दिन दिल्ली के जंतर मंतर से डिटेन कर लिया। कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर से संसद तक मार्च निकाल रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने पहलवानो को ने रोक दिया। पुलिस ने विनेश-साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवानों और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया और जंतर मंतर को खाली करा दिया। रेसलर साक्षी मलिक ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे जबरदस्ती घसीटा गया, जिसमें चोटें भी आईं। साथ ही जानकारी के लिए आपको बता दे कि झड़प के एक दिन बाद साक्षी मलिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी सुनवाई नहीं की जा रही है।
हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना मार्च निकालना चाहते थे लेकिन पुलिस ने हमें रोका। पुलिस ने हमें धक्का दिया और जबरदस्ती खींच कर ले गई। साक्षी ने कहा कि हम कोईं दंगा नहीं कर रहे थे। बस हम अपना मार्च निकाल रहे थे। पुलिस द्वारा हमें घसीटा गया जिसमें चोटें भी आईं हैं। वही दिल्ली पुलिस ने रविवार को जंतर-मंतर पर हुई हाथापाई के संबंध में विरोध आयोजकों और अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने कहा, “पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और विरोध के अन्य आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
कुछ पहलवान विरोध करने के लिए रात में जंतर-मंतर आए थे, उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता IPC की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353, पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही नए संसद भवन के उद्धाटन के दिन पहलवनों ने महिला महापंचायत करने का ऐलान किया था। दिल्ली पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। रविवार को जब मार्च शुरू हुआ तो पुलिस ने पहलवानों को संसद भवन की तरफ जाने से रोका। इस दौरान पहलवानों और पुलिस के जवानों के बीच धक्का मुक्की हई।