सियासी सरगर्मी के बीच दिल्ली पहुंचे सचिन पायलट

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पर्चा दाखिल करने के फैसले के बाद राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।...

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पर्चा दाखिल करने के फैसले के बाद राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। गहलोत ने सीएम पद छोड़ने की बात कही है। ऐसे में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, गांधी परिवार ने पायलट को सीएम बनाने के संकेत दिए हैं। कोच्चि में राहुल और दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट शुक्रवार दोपहर बाद जयपुर पहुंचे। पायलट ने विधानसभा पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी के साथ बैठक की। इसके बाद वे विधायकों से मिले। कई विधायकों ने तो उन्हें भावी सीएम बताते हुए बधाई भी दी।

इस बीच, कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे राष्ट्रीय लोकदल के कोटे से मंत्री बने सुभाष गर्ग और माकपा विधायक बलवान पूनिया ने खुलकर गहलोत का समर्थन देने की बात कही है। उधर, राजस्थान में जाट विधायक को मंत्री बनाए जाने की मांग भी उठी है। राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि जाट समाज के विधायक कांग्रेस में काफी संख्या में है। जाट समाज ने 2019 के चुनाव में कांग्रेस को वोट दिया था। ऐसे में अब जब गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं तो किसी जाट विधायक को सीएम बनाया जाना चाहिए। मील ने जाट समाज के विधायकों से बात भी की। जाट समाज के विधायकों ने विधानसभा में अलग से अनौपचारिक बैठक भी की।

पायलट विधानसभा पहुंचे तो गहलोत खेमे के आधा दर्जन विधायकों ने उनसे मुलाकात की। इनमें गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा,नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना,शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान बाबूलाल नागर,ओमप्रकाश हूडला,बाबू लाल बैरवा शामिल हैं। खाचरियावास ने एक दिन पहले गहलोत के ही सीएम रहने की बात कही थी,लेकिन आज उनके सुर बदले हुए थे । सूत्रों के अनुसार गहलोत 26 से 28 सितंबर के बीच अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे और उसके बाद प्रदेश में सीएम का फैसला होगा। गहलोत अब भी पायलट को सीएम बनाए जाने के पक्ष में नहीं है। वे जोशी और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा में से किसी एक को सीएम बनाना चाहते हैं। हालांकि पायलट खेमा गांधी परिवार से मिले आश्वासन के बाद सीएम पद को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। गहलोत का कहना है कि विधायकों से राय कर के अगले सीएम का फैसला होगा।


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