March 21, 2023

देश की पहली आदीवासी महिला बनी राष्ट्रपति, 25 जुलाई को लेगी शपथ

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देशवासियो का इंतज़ार अब खत्म हुआ, एक नए इतिहास के साथ देश को अद्भुत राष्ट्रपति मिल चूका है। ये अद्भुत इसलिए भी है, क्योंकि इस बार जो राष्ट्रपति पद पर चुनी गयी है वह कोई आम महिला नहीं है.

देशवासियो का इंतज़ार अब खत्म हुआ, एक नए इतिहास के साथ देश को अद्भुत राष्ट्रपति मिल चूका है। ये अद्भुत इसलिए भी है, क्योंकि इस बार जो राष्ट्रपति पद पर चुनी गयी है वह कोई आम महिला नहीं है. उनका ताल्लुख एक अनसूचित जाती से है ,वह आदिवासी वर्ग से है. आजादी के इतने सालो बाद एक अनसूचित जाती को पहली बार राष्ट्रयपति पद पर पहुंचने का मौका मिला है. जी हां, गुरुवार को देश को नया राष्ट्रपति मिला. मुकाबला द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के बीच था फैसला इनके बीच आना था द्रौपदी मुर्मू के महामहिम का चुनाव जीतने पर देशभर में खुशी का माहौल है और बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
आपको बता दें द्रौपती के लिए यहां तक पहुचने का सफर सरल नहीं था. उनका जीवन सघर्षो से भरा हुआ था इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज वो महामहिम के पद पर है।

तीसरे राउंड में ही जीत चुकी थी
देश की राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान हुए थे उसके बाद गुरुवार को हुई मतगणना में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. आपको बता दे वोटो की गिनती 4 राउंड में हुए थे और द्रौपती ने तीसरे राउंड में ही बाज़ी मार चुकी थी और चौथे राउंड के बाद फिर जीत का अंतर् और बढ़ गया। इसमें से द्रौपदी मुर्मू को कुल 2824 वोट मिले. इनकी वैल्यू 676803 थी. वहीं यशवंत सिन्हा को I877 वोट मिले. जिनकी वैल्यू 380177 रही.

हर राज्य से मिला वोट
द्रौपती मुर्मू को हर राज्य से वोट मिले थे ऐसा कोई राज्य नहीं जहा से मुर्मू को वोट ना मिला हो,लेकिन उनको सबसे ज्यादा वोट उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से मिले. उनको सबसे कम वोट पंजाब और दिल्ली में मिले हैं. वही दूसरी तरफ यशवंत सहना की बात करे तो उनको सबसे ज्यादा वोट पश्चिम बंगाल और यूपी में मिले हैं. ऐसे कई राज्ये थे जहा से उनको एक भी वोट नहीं मिला ,ऐसे तीन राज्य है जहा से उनका खाता ही नहीं खुला. सिन्हा को आंध्र प्रदेश, सिक्कम और नागालैंड में एक भी वोट नहीं मिला.

दिग्गजो ने दी घर जाकर बधाई
द्रौपदी मुर्मू के महामहिम का चुनाव जीतने पर देशभर में खुशी का माहौल है. दिल्ली के रायसिना हिल से उनके गांव रायरंगपुर तक जोरदार जश्न मनाया गया. दिग्गजो ने उनको शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मु के घर जाकर उनको बधाई दी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल ने भी मुर्मू बधाई संदेश दिया.

आदिवासियों के बीच अपनी पैठ को मजबूत करेगी बीजेपी
इसमें कोई दोराई नहीं की मुर्मू के जीत से बीजेपी को बहुत बड़ा सियासी लाभ होने वाला है। 2024 में होने वाले चुनाव के लिए अभी से बीजेपी ने कमर कस ली है ,मुर्मू को उम्मीदवार बनाना बीजेपी के लिए कई रास्ता खोल सकता था और ऐसा हुआ भी मुर्मू के जीत से बीजेपी आदिवासियों के बीच अपना भरोसा बना पाएगी जिससे आने वाले चुनावों में बीजेपी को लाभ हो । एक आदिवासी महिला को देश के सर्वेच्च पद पर बैठाने का असर महिलाओं पर भी होगा। द्रौपदी मुर्मू के गृह राज्य ओडिशा, इससे लगे झारखंड और नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट्स में शेड्यूल ट्राइब्स के लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है। बीजेपी अब इन लोगों के बीच अपनी पैठ और मजबूत करना चाहती है। अब बीजेपी को उम्मीद है कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने से ST समुदाय के लोगों में पार्टी को लेकर सही मैसेज जाएगा और चुनावों में इसका फायदा मिलेगा। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर की रहने वाली हैं इसीलिए आज वहां के MLA ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू की जीत महिलाओं की, आदिवासियों की जीत है।
आपको बता दे 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी।

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