ऊपरी असम के डिब्रूगढ़ में प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी जोरों पर
प्रधानमंत्री का आगमन अपने अपने क्षेत्र में जनता के लिए सुखद होता है। आगमन से पूर्व सड़कें और फुटपाथ आवागमन के लायक बन जाती हैं। सरकारी अस्पताल हो या अन्य कोई दफ्तर साफ सुथरे हो जाते हैं। यह सारे परिवर्तन प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं। बाकी घोषणाओं की बातें जनता धीरे धीरे समझती है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वागत के लिए पुरा डिब्रूगढ़ तैयारी में जी जान से जुटा हुआ है। स्वागत की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। हैलीपेड का निर्माण तीव्रगति से किया जा रहा है । जिन सड़कों से प्रधानमंत्री के काफिले को गुजरना है उन्हें चौडी़ की जा रही है।फुटपाथों को अतिक्रमण के चंगुल से निकाल लिया गया है। स्वागत की तैयारी के कार्य का मुआयना बार बार उच्च अधिकारी और मंत्री तथा विधायक कर रहे हैं।
गुजरे पखवाडे़ में अविराम बारिश होने के बावजूद सरकारी महकमा अथक और अचल गति से आगामी 28 अप्रैल को प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी में डटा हुआ है। प्रधानमंत्री के साथ प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा भी डिब्रूगढ़ पधार रहे हैं।इसलिए स्वागत की तैयारी जोर शोर से चल रही है। आपको बता दें कि टाटा ट्रस्ट ,कैंसर केयर फाऊण्डेशन और असम सरकार के सौजन्य से निर्मित अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल का उद्घाटन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी करेंगे। असम में 10 कैंसर अस्पतालों का निर्माण प्रस्तावित है जिनमें से सात का निर्माण कार्य पुरा हो चुका है।
प्रधानमंत्री जी डिब्रुगढ से ही सातों अस्पतालों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी में स्थानीय जिला प्रशासन कोताही किए बिना दिन रात लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि खराब मौसम के बावजूद विभिन्न विभाग से 5000 कर्मी इस कार्य को अंजाम दे रहे है। 28 अप्रैल को होने वाले धानमंत्री के दौरे ने सड़कों को सुगम तो बना दिया। देखते हैं कि कैंसर मरीजों की दवाई सुलभ मूल्य में उपलब्ध कराने की योजना बनाने की कोशिश सरकार करती है या नहीं?