हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद CDS बिपिन रावत
1 min readतमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा. CDS को 17 तोपों की सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के दौरान 800 सैन्यकर्मी मौजूद रहे. शुक्रवार सुबह 11 बजे से जनरल रावत और उनकी पत्नी के शव को दर्शन के लिए रखा गया था। आमतौर पर भारत में 21 और 17 तोपों की सलामी दी जाती है.
भारत में तोपों की सलामी का सिलसिला
भारत में तोपों की सलामी की परंपरा ब्रिटिश राज से ही शुरू हुई थी. उन दिनों ब्रिटिश सम्राट को 100 तोपों की सलामी दी जाती थी. अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान और कनाडा सहित दुनिया के कई देशों में अहम राष्ट्रीय दिवसों पर 21 तोपों के सलामी की परंपरा रही है. भारत में गणतंत्र दिवस के मौके़ पर राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CDS बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी. वह पालम एयरपोर्ट पहुंचे. यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने CDS को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए भी अजीत डोभाल भी मौजूद रहे. साथ ही परिवारीजन भी मौजूद रहे. इस दौरान सभी की आंखें नम रहीं.
जनरल विपिन रावत का पार्थिव शरीर पालम एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच गए हैं. थोड़ी देर में प्रधानमंत्री मोदी भी एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे.