10 दिनों के भीतर फिर वाराणसी पहुचे पीएम मोदी, 27 परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 दिनों के भीतरे एक बार फिर वाराणसी पहुंच गये है. जहां उन्होंने 2100 करोड़ रुपये की लागत की 27 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. 12 किलोमीटर दूर के करखियांव में गुजरात के बनासकांठा जिला दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड की ‘बनास डेयरी’ का शिलान्यास किया. विभिन्न 27 परियोजनाओं में यह सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है. 475 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाली यह डेयरी 32 एकड़ जमीन में फैली हुई है. इस डेयरी का निर्माण दो वर्ष में पूरा होगा. साथ ही मोदी ने जनसभा को भी संबोधित किया और कहा कि बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. रामनगर के दूध प्लांट को चलाने के लिए बायो गैस आधारित पावर प्लांट का भी शिलान्यास हुआ है.पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी के लाखों लोगों को अपने घर के कानूनी दस्तावेज भी सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि, 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45% बढ़ा है, आज भारत दुनिया का लगभग 22% दूध उत्पादन करता है। मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही साथ ही डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी तहा कि, हमारे यहां गाय की बात करना, गोवर्धन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है. गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है. इतना ही वनही उन्होंने ये भी कहा कि गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है. किसके दरवाजे पर कितने खूंटे हैं, इसको लेकर स्पर्धा रहती थी. हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि गायें मेरे चारों ओर रहे और मैं गायों के बीच निवास करूं. ये सेक्टर हमारे यहां रोजगार का भी हमेशा से बहुत बड़ा माध्यम रहा है. लेकिन बहुत लंबे समय तक इस सेक्टर को जो समर्थन मिलना चाहिए था, वो पहले की सरकारों में मिला नहीं. अब हमारी सरकार देशभर में इस स्थिति को बदल रही है.