GST कलेक्शन से सरकार खजानों में आए करोड़ों रूपए, बढ़ी सरकार की कमाई

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साथ ही जीएसटी काउंसिल द्वारा उठाये गए कदमों के चलते बेहतर कम्पलॉयंस देखा जा रहा है जीएसटी चोरी रोकने के लिए उठाये गए कदम खासतौर से फर्जी बिल बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के चलते जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है. आपको बता दें सरकार का टैक्स कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है.

वस्तु एवं सेवा कर, GST भारत सरकार की नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था है जो 1 जुलाई 2017 से लागू हुए थी. GST गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है. भारत में जीएसटी लागू करने का इरादा व्यापार के लिए अनुपालन को आसान बनाना था. इसलिए जीएसटी के लागू होने के बाद से जीएसटी कलेक्शन का ये अबतक का दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन हुआ है.

2021 के मुकाबले जीएसटी रेवेन्यू 35 फीसदी ज्यादा

जुलाई महीने में आई GST कलेक्शन की रकम किसी भी एक महीने में टैक्स कलेक्शन का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है.
वित्त मंत्रालय के मुताबिक जुलाई 2022 के 1,48,995 करोड़ रुपये के जीएसटी कलेक्शन में सीजीएसटी(CGST) 25,751 करोड़ रुपये, 32,807 करोड़ रुपये एसजीएसटी (SGST, 79,618 करोड़ रुपये आईजीएसटी कलेक्शन रहा है. जिसमें 41,420 करोड़ रुपये वस्तुओं के इंपोर्ट से वसूला गया है और सेस कलेक्शन की हिस्सेदारी 10,920 करोड़ रुपये रही है. 1 जुलाई 2017 में जीएसटी के लागू होने के बाद जीएसटी कलेक्शन का ये दूसरा सबसे उच्चतम आंकड़ा है. वहीं ये लगातार पांचवा महीना है जब जीएसटी कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. और हर महीने जीएसटी कलेक्शन में उछाल ही देखा जा रहा है.
 वित्त मंत्रालय के मुताबिक बीते वर्ष जुलाई 2021 के मुकाबले जीएसटी रेवेन्यू 35 फीसदी ज्यादा है.

कैसे बढ़ा जीएसटी कलेक्शन ?
जीएसटी काउंसिल द्वारा उठाए गए कदमों के चलते बेहतर कम्पलॉयंस देखा जा रहा है जीएसटी चोरी रोकने के लिए उठाए गए कदम खासतौर से फर्जी बिल बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के चलते जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है. आपको बता दें सरकार का टैक्स कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है. पिछले महीने ने सरकार ने इंपोर्ट को घटाने के लिए कई तरह की ड्यूटीज लगाई जिसका असर साफ-साफ देखा जा रहा है. इसके अलावा इकोनॉमी में सुधार के भी परिणाम देखे जा रहे हैं.

18 जुलाई से रोजमर्रा की वस्तुएं पर हुआ था GST लागू

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जून के आखिर में जीएसटी काउंसिल की 47वीं बैठक हुई थी. बैठक में GST काउंसिल ने कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों पर GST लगाने का फैसला किया, जिन्हें इस टैक्स स्लैब से बाहर रखा गया था. जहां पर अभी तक कोई टैक्स नहीं लग रहा था. इसके बाद 18 जुलाई से रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे दही, लस्सी, चावल, पनीर और अन्य पर GST को लागू कर दिया गया है.
होटल का कमरा 1000 रुपए से कम रहने पर भी जीएसटी भरना होगा. जीएसटी की दर 12 फीसदी होगी. अगर होटल का कमरा 7500 रुपए से ज्यादा होगा तो इसपर 18 फीसदी का टैक्स लगेगा. इसके अलावा हॉस्पिटल के रूम का किराया 5000 रुपए से ज्यादा रहने पर भी 5 फीसदी का जीएसटी लगेगा. खाने-पीने के पैकेटबंद सामानों पर भी 5 फीसदी का जीएसटी लगाया गया है.

मार्च से अब तक कलेक्शन

मई 2022 में सरकार को जीएसटी से 1.40 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. इस साल अप्रैल में जीएसटी ने सबसे ज्यादा कलेक्शन का रिकॉर्ड बनाया था. अप्रैल 2022 में सरकार को जीएसटी से 1.68 लाख करोड़ रुपये मिले थे. मार्च 2022 में भी इनडाइरेक्ट टैक्सेज से 1.42 लाख करोड़ रुपये लाख करोड़ रुपये मिले थे. इससे पहले फरवरी में जीएसटी कलेक्शन 1.33 लाख करोड़ रुपये रहा था.


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