CM अरविंद केजरीवाल 2024 के लिए देश का पेश किया एजेंडा, मेक इंडिया नंबर-1 मिशन की शुरुआत
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Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और रोजगार पर ध्यान केंद्रित करके देश को “नंबर एक” बनाने के लिए ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन की घोषणा की. केजरीवाल ने तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित समारोह में स्टेज पर तिरंगा फहराया. दिल्ली में एक सभा को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने कहा कि भारत ने अपनी आजादी के बाद से बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन इसके बाद भी आजादी हासिल करने वाले कई देशों से पीछे है.
मेक इंडिया नंबर 1 मिशन का किया ऐलान
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, हमें भारत को एक बार फिर दुनिया का नंबर 1 देश बनाना है. हमें भारत को फिर से महान बनाना है. हम आज ‘मेक इंडिया नंबर 1’ नामक एक राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत कर रहे हैं. इस देश के हर नागरिक, 130 करोड़ लोगों को इस मिशन से जोड़ना है. उन्होंने आगे कहा, आजादी के 75 साल हो चुके हैं. इन 75 वर्षों में हमने बहुत कुछ हासिल किया, भारत ने बहुत कुछ हासिल किया, लेकिन लोगों में गुस्सा है, एक सवाल है कि हमारे बाद आजादी पाने वाले कई छोटे राष्ट्र हमसे आगे निकल गए… भारत क्यों पिछड़ गया? हर नागरिक यही पूछ रहा है.

अरविंद केजरीवाल ने बतायें कुछ लक्ष्य
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए नागरिकों को मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा, युवाओं को रोजगार देना चाहियें, साथ ही महिलाओं को समान साहित्य अधिकार और सम्मान देना चाहियें और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करना आवश्यक है. केजरीवाल ने कहा आगे कहा कि वह मिशन ‘मेक इंडिया नंबर 1’ के तहत देश भर की यात्रा करेंगे, ताकि लोगों को इस पहल में शामिल होने और इसके उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
मेक इंडिया नंबर 1 को बताया प्रकृति अराजनीतिक
उन्होंने कहा कि इस मिशन की प्रकृति अराजनीतिक है. मुख्यमंत्री ने कहा, यह किसी राजनीतिक दल का मिशन नहीं है, यह एक राष्ट्रीय मिशन है. मैं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य सभी दलों से आह्वान करता हूं कि वे आगे आएं और भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाने के लिए इस पहल में शामिल हों. उन्होंने कहा कि सिंगापुर जैसे कई देशों को भारत के बाद आजादी मिली लेकिन वे हमसे आगे हैं. केजरीवाल ने सवाल किया कि भारतीयों के ”दुनिया में सबसे बुद्धिमान और मेहनती” होने के बावजूद भारत क्यों पिछड़ रहा है.