बरेली के जिलाधिकारी ने लांच किया शिक्षा विभाग का यूट्यूब चैनल
1 min readउप्र. के जनपद बरेली के समस्त परिषदीय विद्यालयों में पठन पाठन की गतिविधियों को रुचिकर एवं सरल बनाने के उद्देश्य से गतिविधि आधारित अधिगम कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदीद्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में भलीभाँति संपन्न हुआ ।
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत Activity Based Learning Bareilly नाम से YouTube Channel का शुभारम्भ किया गया। इस चैनल का निर्माण परिषदीय विद्यालयों में गतिविधि आधारित अधिगम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है, जिसमें विभिन्न विषयों की विषयवार प्ले लिस्ट तैयार की गयी है। जिसमें शिक्षकों द्वारा बनायी गयी वीडियो अपलोड की गयी हैं। सभी शिक्षक वीडियो को देखकर गतिविधि आधारित शिक्षण करेंगे तथा वीडियो बच्चों के साथ भी साझा करेंगे। शिक्षक स्वयं भी वीडियो बनाकर अपने सम्बंधित विषय के ए.आर.पी. के माध्यम से चैनल पर अपलोड करवा सकते हैं, जिससे विद्यार्थियों के सीखने में स्थायित्व प्रदान करने में सहायता मिलेगी।
इसी प्रकार परिषदीय विद्यालयों में “सामान्य अध्ययन प्रश्नोत्तरी” का निर्माण कराया गया है, जिसमें उनकी पाठ्य पुस्तकों से ही 10 उप विषयों के सामान्य प्रश्नों को सम्मिलित किया गया है। इस प्रश्नोत्तरी को निर्मित करने का उद्देश्य सभी बच्चों को प्रश्नोत्तर द्वारा विषय सम्बन्धी सामान्य जानकारी प्रदान करना है, जिससे समय-समय पर विद्यालय में बच्चों से प्रश्न पूछने पर वे सही उत्तर दे सकें एवं बच्चों में पुनर्बलन के माध्यम से प्रश्न कौशल का भी विकास हो सके।
जिलाधिकारी बरेली शिवाकान्त द्विवेदी ने आज इस अवसर पर “वन वीक-वन थीम” कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। जिसमें प्रत्येक सप्ताह एक थीम (प्रसंग) पर प्रार्थना सभा में बच्चों से चर्चा करते हुए उनसे जुड़े विभिन्न क्रियाकलापों पर कार्य किया जायेगा ताकि बच्चों में नई शिक्षा नीति के तहत् उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर कार्य करते हुए उनमें अर्न्तनिहित प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें विकसित किया जा सके।
जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने सभी अध्यापक और अध्यापिकाओं को निर्देश दिए कि यूट्यूब पर ऐसी वीडियो बनाकर डाली जाएं, जिसमें वह छात्रों को पढ़ा रहे हों। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जनपद में ऑपरेशन कायाकल्प में उच्च स्थान प्राप्त किया है, उसी प्रकार लर्निंग स्किलस में भी जनपद को सर्वोच्च स्थान लाने के प्रयास किया जाएं।
जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि यह अपनी तरह का एक अभिनव प्रयास है, जिसको न सिर्फ जनपद स्तर पर बल्कि प्रदेश स्तर पर संचालित किये जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की सार्थकता को बनाये रखने के लिए इसके सतत् अनुश्रवण एवं मूल्यांकन की आवश्यकता है।
जनपद एवं ब्लॉक स्तर के साथ-साथ न्याय पंचायत स्तर पर भी अच्छे शिक्षकों को चिन्हित कर उनसे निरंतर संवाद स्थापित किया जाये ताकि उनके अनुभव एवं उनके द्वारा किये गये कार्यों से अन्य शिक्षक भी प्रेरित हो सकें। वहीं दूसरी ओर मुख्य विकास अधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि “उक्त कार्यक्रम से सम्बन्धित एक वेब पेज विकसित किया जायेगा, जिसमें जनपद में परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षक/शिक्षिकाओं को जोड़ा जायेगा, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया है।
उक्त कार्यक्रम की मॉनीटरिंग बीएसए द्वारा स्वयं जूम मीट के माध्यम से की जायेगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि उक्त कार्यक्रम को विद्यालय स्तर पर क्रियान्वयन करने हेतु समस्त विभागीय अधिकारियों एवं शिक्षकों द्वारा मनोयोग से कार्य किया जायेगा।