राजस्थान में अशोक गहलोत को लेकर चल रही खींचतान पर बोले सचिन पायलट ।
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राजस्थान ।
पिछले हफ्ते, आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए दावा किया था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के भीतर से दो राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने पिछले पांच वर्षों में सौ बार हाथ मिलाया है, लेकिन उनके बीच कोई सुलह नहीं हुई है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सत्ता संघर्ष का जिक्र करते हुए मोदी ने रविवार को कहा, क्रिकेट में एक बल्लेबाज आता है और अपनी टीम के लिए रन बनाता है।
लेकिन कांग्रेस के भीतर इतनी अंदरूनी कलह है कि उसके नेताओं ने रन बनाने के बजाय एक-दूसरे को रन आउट करने की कोशिश में पांच साल लगा दिए। चुनावी राज्य में दोनों शीर्ष नेताओं के बीच झगड़े के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने हालांकि इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देने की कोशिश करते हुए कहा कि यह अतीत की बात है। हमने (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन) खड़गे और (राहुल) गांधी से मुलाकात की…पार्टी ने (मेरी चिंताओं का) संज्ञान लिया…पार्टी आलाकमान ने मुझे माफ करने और भूलने और आगे बढ़ने के लिए कहा, राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा। मेरा ध्यान अब एक साथ काम करने पर है।कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। हम 30 साल से राजस्थान में लगातार चुनाव नहीं जीते हैं। क्यों? पायलट के हवाले से कहा गया है कि हमें इस पर आत्ममंथन करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उन पर लगाए गए ‘निकम्मा’ जैसे बयानों के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा, इसे छोड़ दीजिए! किसने क्या कहा मैंने जो कहा है या नहीं कहा है, उसके लिए मैं जिम्मेदार हो सकता हूं। हमें राजनीतिक चर्चा ओं में गरिमा बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, आपने जिन शब्दों का जिक्र किया, मैंने उनका कोई जवाब नहीं दिया क्योंकि मैं इस तरह से नहीं बना हूं और अब हमें आगे बढ़ना है, बीते हुए कल को जाने दीजिए, जो कुछ भी कहा गया, हमें भूलने और आगे बढ़ने की जरूरत है। यह अब व्यक्तियों या पदों या किसी के बयानों के बारे में नहीं है। यह देश और पार्टी के बारे में है, पायलट ने मीडिया एजेंसियों को बताया।
पत्रकार – देवाशीष शर्मा