आंध्र प्रदेश के मंत्री को आया कर्ज वसूली से फर्जी कॉल, अब तक 4 अरेस्ट
1 min readफर्जी कॉल जालसाजों से केवल आम आदमी ही नहीं बल्कि प्रमुख मंत्री भीं परेशान हैं. आज के समय में हम बेशक तकनीकी रूप से काफी आगे बढ़ चुके हैं. लेकिन इन सबके बीच साइबर क्राइम भी काफी बढ़ा है. कुछ जालसाज लोगों को आर्थिक रूप से चूना लगाते हैं, और उनकी मेहनत की कमाई को उड़ा लेते हैं. ये आपको बैंक कर्मचारी बनकर कॉल करते हैं और फिर ये आपको अपने जाल में फसा लेते हैं. इसी के साथ सिर्फ आम आदमी ही नहीं आंध्रप्रदेश के मंत्री भी परेशान भी हो कर दिया है.
दरअसल आंध्र प्रदेश के एसपीएस नेल्लोर जिले के रहने वाले एक मंत्री और एक पूर्व मंत्री को एक ऋण वसूली एजेंसी से कई कॉल आए, जिसमें मांग की गई थी कि वे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा लिए गए पैसे को चुका दें.
ऑडियो क्लिप वाट्सएप पर वायरल
पूर्व मंत्री पी अनिल कुमार ने पुलिस को एक ऑडियो क्लिप भी दिया जिसमें एक महिला कॉलर को साफ सुना जा सकता है. वहीं महिला निजी बैंक से होने का दावा करती है। वह कह रही है कि नेल्लोर शहर से विधायक और पूर्व मंत्री पी अनिल कुमार को अशोक कुमार से लिए गए 8 लाख रुपये वापस करने हैं. कॉल करने वाली महिला ने कहा, “क्या आप पी अनिल कुमार हैं? अशोक कुमार ने यह कहते हुए आपका नंबर दिया कि आप उनके रिश्तेदार हैं. उनका बैंक लोन का 8 लाख रुपये बकाया है. इसलिए आप हमें तुरंत पैसे चुका दें.” लेकिन तथाकथित बैंक कर्मचारी ने जोर देकर कहा कि उनका नाम यहां लिखा गया है.
अनिल कुमार ने जगन मोहन रेड्डी कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री के रूप में कार्य किया हैं. कई मिनटों तक, अनिल कुमार ने उसे समझाने की कोशिश की कि वह किसी भी तरह से ऋण से जुड़ा नहीं है और यह भी कहा कि वह एक विधायक है.
कृषि मंत्री को भी आए फर्जी कॉल
कृषि मंत्री ने बताया, “मैं एक आधिकारिक कार्यक्रम में था. इसलिए मेरे निजी सहायक ने कॉल का जवाब दिया. उसे ऋण के बारे में बताया गया था, लेकिन मेरे पीए ने.फोन करने वाले से कहा कि वह उस व्यक्ति को कभी नहीं जानता जिसने लोन लिया था. फिर भी वह व्यक्ति अलग-अलग नंबरों का उपयोग करके कॉल करता रहा.” कुल मिलाकर मंमंत्री को तथाकथित लोन वसूली एजेंटों से शुक्रवार को 79 कॉल मिले.
दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में कर्ज लेने वाले का नाम भी अशोक कुमार बताया जा रहा है .तंग आकर उन्होंने इस मामले की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक से की. एसपी सी विजया राव ने इसको लेकर जांच शुरू की और चेन्नई में एक एजेंसी के बारे में पता चला एसपी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चेन्नई से कोलमैन नाम की लोन वसूली एजेंसी से फोन आए थे.
हिरासत में लिए गए 4 लोग
एसपी ने बताया कि हमने तुरंत एक टीम भेजी और एजेंसी से चार लोगों को गिरफ्तार किया। वे अलग-अलग सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे और बार-बार प्रमुख व्यक्तियों को फोन कर रहे थे, शायद कर्ज वसूलने के लिए और ब्लैकमेल करने की उनकी रणनीति थी। उन्होंने कहा कि मामले की व्यापक जांच चल रही है, जबकि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.