अजमेर दरगाह दीवान बोले-‘धार्मिक कट्टरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती’,तालिबानी कल्चर बर्दाशत नहीं
1 min readउदयपुर की घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने उदयपुर में एक दर्जी की हत्या किए जाने की घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे.
उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने धारदार हथियार से एक दर्जी की हत्या कर दी थी. फिर उसका वीडियो सार्वजनिक करते हुए कहा कि वे ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला ले रहे हैं. आबेदीन अली खान ने एक बयान में कहा ‘कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है. विशेष रूप से इस्लाम धर्म में सभी शिक्षाएं शांति के स्त्रोत के रूप में कार्य करती है.’
अजमेर दरगाह दीवान ने कहा कि आरोपी कुछ कट्टरपंथी समूहों का हिस्सा थे जो हिंसा के रास्ते से ही समाधन ढूंढते है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने भी हत्या की घटना की निंदा की है.
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने अपने एक बयान में कहा, ‘जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता. यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है. हमारे देश में क़ानून की व्यवस्था है, किसी को भी क़ानूम अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.’मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने इस अवसर पर देश के सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की है.
आरोपी रियाज के परिवार ने की सजा की मांग
उदयपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी रियाज के परिवार का बड़ा बयान समाने आया है. परिजनों का कहना है कि हमारे भाई को सजा मिलनी चाहिए. इस हत्याकांड के लिए उसको फांसी की सजा होनी चाहिए. भीलवाड़ा में उदयपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी रियाज का परिवार रहता है. रियाज के चार भाई यहां पर रहते हैं. कुछ साल पहले रियाज यहां से उदयपुर चला गया था और अपने ससुराल में रहने लगा. इसके बाद वह कभी-कभी अपने भाइयों से संपर्क करता था. इस हत्याकांड के बाद जैसे ही रियाज का नाम सामने आया उसके भाइयों का कहना है कि उसे सजा देनी चाहिए. उसने बिल्कुल गलत काम किया है. उसे फांसी होनी चाहिए.