कैबिनेट में फेरबदल के तहत केंद्रीय कानून मंत्री के पद से हटाए जाने के एक दिन बाद किरेन रिजिजू बोले- ये पीएम मोदी का विजन हैं, सजा नहीं
1 min readकैबिनेट में फेरबदल के तहत केंद्रीय कानून मंत्री के पद से हटाए जाने के एक दिन बाद किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को इसे नियमित और सामान्य प्रक्रिया बताया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये प्रधानमंत्री के विजन का हिस्सा है न कि उनके लिए किसी तरह की कोई सजा। साथ ही जानकारी के लिए आपको बता दे की रिजिजू ने कहा कि ये ट्रांसफर की एक नियमित प्रक्रिया है। यह प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण है। किसी को जिम्मेदारी लेनी होगी। कोई गलती नहीं हुई है। मेरे खिलाफ बोलना विपक्ष का कर्तव्य है, उन्हें बोलने दें।
साथ ही रिजिजू शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे राष्ट्रीय राजधानी के लोधी रोड स्थित पृथ्वी भवन में पृथ्वी विज्ञान मंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से बात की। वही बता दें कि आम लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले गुरुवार को कैबिनेट में फेरबदल कर किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटा दिया गया। वही रिजिजू की जगह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री बना दिया गया है। बता दें कि किरेन रिजिजू को पिछले साल कैबिनेट के दर्जे के साथ कानून मंत्रालय में प्रमोट किया गया था।
केंद्र में सत्तारुढ़ बीजेपी के भरोसेमंद माने जाने के बावजूद रिजिजू को इस साल कैबिनेट फेरबदल में अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया था। साथ ही जानकारी के लिए आपको बता दे की कानून मंत्री के रूप में रिजिजू ने बार-बार न्यायपालिका के खिलाफ बयान दिए और नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली की आलोचना की। उनके बयानों ने न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच अक्सर खींचतान पैदा कर दी थी। भले ही उन्होंने खुद स्पष्ट किया कि देश में कोई न्यायपालिका बनाम सरकार की लड़ाई नहीं है, लेकिन उनके बयान कुछ और ही इशारा करते हैं।